वाहे गुरु...की गूंज से गूंजता रहा महराजगंज का नौतनवा कस्बा
सिखों के पहले गुरु, गुरु नानक देव के 550वें प्रकाशोत्सव के उपलक्ष्य में सोमवार को महराजगंज के नौतनवा के सिख समाज ने नगर कीर्तन निकाला। इसमें स्थानीय अन्य समुदाय के लोगों के साथ आसपास के जनपदों तथा पड़ोसी देश नेपाल के सिख भी हिस्सा लिये। इस दौरान गुरु के भजन-कीर्तन से पूरा नगर गुंजायमान होता रहा।
इससे पूर्व दोपहर बाद गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा से गुरु ग्रन्थ साहब की अगुवाई में नगर कीर्तन निकला, जिसमे गुरु का ध्वज लेकर चल रहे युवा पूरी सादगी से गुरु की भजनों में लीन रहे। पीछे गतका खेल रहे युवा अपने हैरतअंगेज करतबों से सभी को रोमांचित कर रहे थे। नगर कीर्तन में पंचप्यारे तथा सड़क को धोकर साफ करके रास्ते मे फूल वर्षा करके गुरु ग्रन्थ साहब कि पालकी की अगुवानी कर रहे थे। उनके पीछे महिलाए भजन-कीर्तन एवं गुरूवाणी कर पूरे नगर के वातावरण को भक्तिमय बना रही थीं। इसके पीछे बच्चे अपने नृत्य और अन्य कार्यक्रमों से सभी का मन मोह रहे थे।
नगर कीर्तन हनुमान चौक होते हुए पुराना नौतनवा वहां से स्टेशन चौराहा, घंटा घर, अस्पताल तिराहा से गांधी चौक तक गया। वहां से वापस गुरूद्वारा आकर समाप्त हो गया।
स्टाल लगाकर हुए स्वागत
नगर कीर्तन में शामिल लोगों के स्वागत के लिए नगर में कई तोरण द्वार बनाये गये थे। लोग स्टाल लगाकर फल बिस्कुट चाय आदि वितरित कर रहे थे।